अर्थालंकार - परिकर
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.01912435 | Lang: NA
सृष्टिखण्डः - अध्यायः ७६
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.00717163 | Lang: NA
अलंकारदर्श - कठीण शब्दांचा कोष
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.005976358 | Lang: NA
द्वितीय पाद - व्याकरण शास्त्रका वर्णन
` नारदपुराण ’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द- शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
Type: PAGE | Rank: 0.002988179 | Lang: NA